अपडेटेड 6 घंटे पहले
ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई क़रीब पाँच साल में पहली बार जुमे की नमाज़ के दिन सार्वजनिक तौर पर उपस्थित हुए. इस दौरान उन्होंने धार्मिक उपदेश भी दिए और इसराइल, अमेरिका समेत कई यूरोपीय देशों पर तीखे शब्दों में हमला किया.
ख़ामेनेई की यह सार्वजनिक मौजूदगी इसलिए भी ख़ास है क्योंकि इसराइल और ईरान के बीच बढ़े तनाव के माहौल में उनके भूमिगत हो जाने की अटकलें भी लगाई जा रही थीं.
इन अटकलों के पीछे बड़ी वजह कुछ दिनों के अंदर ही हमास और हिज़्बुल्लाह के कई वरिष्ठ नेताओं और कमांडरों की हत्या भी है.
ईरान इसके लिए इसराइल को दोषी ठहराता है और इसी का बदला लेने के लिए उसने इसराइल पर मिसाइलें दाग़ी थीं.
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